sarvagy Mein Samaas : सर्वज्ञ में कर्म तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - सब को जानने वाला
सर्वज्ञ में समास है
खरारि में समास है
रण विमुख में समास है
आँखोंदेखी में समास है
माया रिक्त में समास है
शक्तिहीन में समास है
मुनिश्रेष्ठ में समास है
स्नेहा बिष्ट में समास है
पर्वतारोहण में समास है
सर्वव्याप्त में समास है
जलाभिषेक में समास है
कपड़छन में समास है
वयःप्राप्त में समास है
जलावृत में समास है
अत्रदान में समास है
नेत्रसुखद में समास है
गुणहीन में समास है
रसभरा में समास है
दुःखार्त में समास है
बीमारी मुक्त में समास है
हितकारी में समास है।
लक्ष्य भ्रष्ट में समास है।
तर्कसंगत में समास है
बाणाहत में समास है
अछूतोद्धार में समास है
रक्तरंजित में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
मनचाहा में समास है
तारों भरी में समास है
उत्कंठापूर्ण में समास है।
धर्म विमुख में समास है
जितेन्द्रिय में समास है
पेट दर्द में समास है
स्वागत गान में समास है
माखनचोर में समास है
गंगाजल में समास है
संगीतज्ञ में समास है
चिंतामग्न में समास है
गृहप्रवेश प्रवेश में समास है
स्थानच्युत में समास है
हवन सामग्री में समास है
कठफोड़वा में समास है
विश्राम गृह में समास है
आशातीत में समास है
दुकान प्रवेश में समास है
दुःख संतप्त में समास है
रसोईघर में समास है
गुरु दक्षिणा में समास है
नरश्रेष्ठ में समास है
क्रीड़ास्थल में समास है
कर्मरहित में समास है
धनहीन में समास है
अक्षांश में समास है
जल समाधि में समास है
प्रेमसिक्त रचित में समास है
भयाकुल में समास है
देश-विदेश में समास है
श्रमजीवी में समास है
चिड़ीमार में समास है
रोगग्रस्त में समास है
चरित्र चित्रण में समास है
नेत्रहीन में समास है
कलापूर्ण में समास है
स्वर्ग प्राप्त में समास है।
डाक महसूल में समास है
यशोदा में समास है
गुरुसेवा में समास है
अकाल पीड़ित में समास है
तिलकुट में समास है
देशनिकाला में समास है
स्याही चूस में समास है
श्रमदान में समास है
ईश्वरदत्त में समास है
पर्णकुटीर रचित में समास है
देशाटन में समास है
घृतान्न में समास है
विचार मग्न में समास है
नगर निवास में समास है।