soorarachit Mein Samaas : सूररचित में करण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - सूर के द्वारा रचित
भाग्यहीन में समास है
रसोईघर में समास है
पुरुषोत्तम में समास है
यज्ञशाला में समास है
शरणागत में समास है
रेखांकित में समास है
सुखप्राप्त में समास है
गुरुदत्त में समास है
भयभीत में समास है
वन गमन में समास है
रथारूढ़ में समास है
चित्रकार में समास है
अत्रदान में समास है
व्यय मुक्त में समास है
स्नानघर में समास है
कनकघर में समास है
धर्मवीर में समास है
हितकारी में समास है।
देशभक्ति में समास है
विद्यालय में समास है
वनरहित में समास है
स्वर्ग प्राप्त में समास है।
गिरिधर में समास है
आँखोंदेखी में समास है
मोहांध में समास है
स्थान भ्रष्ट में समास है
जल समाधि में समास है
बंधन मुक्त में समास है
सम्मान प्राप्त में समास है
रणवीर में समास है
गृहस्थ आश्रम में समास है
अंधकारयुक्त में समास है
डाकगाड़ी में समास है
भयाकुल में समास है
युद्ध निपुण में समास है
आकालपीड़ित में समास है
श्रमदान में समास है
चित्त चोर में समास है
पाकिटमार में समास है
प्रेमसिक्त रचित में समास है
माया रिक्त में समास है
हथघड़ी में समास है
मार्गव्यय में समास है
रोजगार वंचित में समास है
कपड़छन में समास है
राजभवन में समास है
भुखमरा में समास है
अग्निभक्षी में समास है
दिलतोड़ में समास है
क्रीड़ास्थल में समास है
शराहत में समास है
जितेन्द्रिय में समास है
रणभूमि में समास है
धर्मभ्रष्ट में समास है
कपड़छन में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
तीर्थाटन में समास है
जेबकतरा में समास है
खरारि में समास है
सर्वज्ञ में समास है
देशार्पण में समास है
देवालय में समास है
मेघाच्छन्न में समास है
चिड़ीमार में समास है
कर्णफूल में समास है
दुःख संतप्त में समास है
देहचोर में समास है
रंगमंच में समास है
तुलसी कृत में समास है
आशातीत में समास है
घृतान्न में समास है
बलहीन में समास है
गुरुदक्ष में समास है
जन्मरोगी में समास है
घृतमिश्रित में समास है
देशगत में समास है
जलमग्न में समास है