premaatur Rachit Mein Samaas : प्रेमातुर रचित में करण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - प्रेम से आतुर
अंगदान में समास है
शरणागत में समास है
नेत्रहीन में समास है
हथकड़ी में समास है
नीतिकुशल में समास है
गिरहकट में समास है
मूर्तिकार में समास है
गंगातट में समास है
आनन्दाश्रम में समास है
ब्राह्मण दक्षिणा में समास है
सुखप्राप्त में समास है
मालगोदाम में समास है
स्नानघर में समास है
उद्योगपति में समास है
मार्गव्यय में समास है
दुःख संतप्त में समास है
लोकप्रिय में समास है।
रथचालक में समास है
शिवार्पण में समास है
क्षुधातुर में समास है
जनप्रिय में समास है
जलमग्न में समास है
गिरिधर में समास है
स्याही चूस में समास है
उत्कंठापूर्ण में समास है।
आशातीत में समास है
व्यक्तिगत में समास है
रसोईघर में समास है
सर्वव्याप्त में समास है
मुनिश्रेष्ठ में समास है
सभा भवन में समास है
व्यय मुक्त में समास है
बीमारी मुक्त में समास है
जलावृत में समास है
अत्रदान में समास है
देवबली में समास है
क्रीड़ास्थल में समास है
विकासोन्मुख में समास है
रेलयात्रा में समास है
अक्षांश में समास है
स्वयंसिद्ध में समास है
दुःखद में समास है
संकटापन्न में समास है
लोकहितकारी में समास है
सिर तोड़ में समास है
माखनचोर में समास है
खड्गधर में समास है
कनकघर में समास है
मनगढंत में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
मरणोत्तर में समास है
तिल पापड़ी में समास है
घुड़सवार में समास है
डाकगाड़ी में समास है
वनवास में समास है
मुँहचोर में समास है
रोजगार वंचित में समास है
भयभीत में समास है
देहचोर में समास है
दुकान प्रवेश में समास है
अंधकारयुक्त में समास है
जलज में समास है
स्वागत गान में समास है
गृहप्रवेश प्रवेश में समास है
बैलगाड़ी में समास है
रण विमुख में समास है
कपड़छन में समास है
पंत प्रणीत में समास है
काकबलि में समास है
युद्धवीर में समास है
नककटा में समास है
नीतियुक्त में समास है
पक्षधर में समास है
सेवानिवृत्त में समास है
सत्याग्रह में समास है
हितकारी में समास है।
गंगाजल में समास है
रणभूमि में समास है