shastra Praveen Mein Samas : शास्त्रप्रवीण में अधिकरण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - शास्त्र में प्रवीण
माखनचोर में समास है
मुँहचोर में समास है
दस्तकारी में समास है
रेखांकित में समास है
नगर निवास में समास है।
कठखोदवा में समास है
कृष्णमूर्ति में समास है
राजभवन में समास है
सम्मान प्राप्त में समास है
देशभक्ति में समास है
विकासोन्मुख में समास है
विवाहेतर में समास है
रसोईघर में समास है
गंगातट में समास है
ग्रामवास में समास है
तर्कसंगत में समास है
बंधन मुक्त में समास है
मेघाच्छन्न में समास है
भयाकुल में समास है
तुलसी कृत में समास है
कुंभकार में समास है।
स्थान भ्रष्ट में समास है
गृहस्थ आश्रम में समास है
जलाभिषेक में समास है
जलहीन में समास है
जलज में समास है
मरणोत्तर में समास है
अछूतोद्धार में समास है
कर्ज मुक्त में समास है
अत्रदान में समास है
सेवा मुक्त में समास है
सर्वभक्षी में समास है
नककटा में समास है
इतिहासकार में समास है
रोगमुक्त में समास है
वाल्मीकिरचित में समास है
विश्राम गृह में समास है
जनप्रिय में समास है
मुनिश्रेष्ठ में समास है
सर्वव्याप्त में समास है
हितकारी में समास है।
अकाल पीड़ित में समास है
हवन सामग्री में समास है
डिब्बाबंद में समास है
चरित्र चित्रण में समास है
व्यय मुक्त में समास है
प्रेमसिक्त रचित में समास है
शरणागत में समास है
गृहप्रवेश प्रवेश में समास है
बलहीन में समास है
नीतियुक्त में समास है
ग्रामगत में समास है
देशाटन में समास है
कष्ट सहिष्णुता में समास है
जीवन मुक्त में समास है
यज्ञशाला में समास है
दिलतोड़ में समास है
संकटापन्न में समास है
गौशाला में समास है
देहचोर में समास है
सेवानिवृत्त में समास है
रणवीर में समास है
जलमग्न में समास है
मंत्रीवर में समास है
घृतान्न में समास है
प्रेमाकुल में समास है
शपथ पत्र में समास है
व्यक्तिगत में समास है
खरारि में समास है
तिल पापड़ी में समास है
जन्मरोगी में समास है
हथघड़ी में समास है
आराम कुर्सी में समास है
स्याही चूस में समास है
यशप्राप्त में समास है
मुहमांगा में समास है
पद भ्रष्ट में समास है
पद प्राप्त में समास है
जितेन्द्रिय में समास है