jitendriy Mein Samaas Hai : जितेन्द्रिय में कर्म तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - इंद्रियों को जीतने वाला
जितेन्द्रिय में समास है
मुहमांगा में समास है
फलहीन में समास है
विकासोन्मुख में समास है
कठफोड़वा में समास है
सिरदर्द में समास है
शरणागत में समास है
नीतिकुशल में समास है
उत्कंठापूर्ण में समास है।
शक्तिहीन में समास है
आशातीत में समास है
मनोहर में समास है
रेलगाड़ी में समास है
प्रेमाकुल में समास है
नरोत्तम में समास है
रसभरा में समास है
रंगमंच में समास है
आज्ञानुसार में समास है
मनचाहा में समास है
मार्गव्यय में समास है
काकबलि में समास है
गौशाला में समास है
देशभक्ति में समास है
लोकहितकारी में समास है
आनंदाश्रम में समास है
स्वयंसिद्ध में समास है
चित्त चोर में समास है
देशार्पण में समास है
तुलसी कृत में समास है
वनरहित में समास है
गुरुसेवा में समास है
शास्त्रप्रवीण में समास है
स्थानच्युत में समास है
माखनचोर में समास है
देवालय में समास है
आँखोंदेखी में समास है
चित्रकार में समास है
पथभ्रष्ट में समास है
कामचोर में समास है
मरणासन्न में समास है
जलधारा में समास है
गुणहीन में समास है
जलधर में समास है
कनकटा में समास है
अन्नहीन में समास है
दानवीर में समास है
रण विमुख में समास है
शहरगत में समास है
युद्धवीर में समास है
रणवीर में समास है
राहखर्च में समास है
शपथ पत्र में समास है
देवबली में समास है
मुनिश्रेष्ठ में समास है
ज्वरग्रस्त में समास है
कठखोदवा में समास है
क्षुधातुर में समास है
मदांध में समास है
मदमाता में समास है
नरश्रेष्ठ में समास है
तर्कसंगत में समास है
रोगग्रस्त में समास है
तिल पापड़ी में समास है
ईश्वरदत्त में समास है
आचारपूत में समास है
नेत्रहीन में समास है
नगर निवास में समास है।
पदच्युत में समास है
अन्नदाता में समास है
वाग्दत्ता में समास है
ग्रंथकार में समास है
गिरहकट में समास है
सेवा मुक्त में समास है
पुरुषोत्तम में समास है
विद्या रहित में समास है
भुखमरा में समास है
पाठशाला में समास है
उद्योगपति में समास है
ज्ञानयुक्त में समास है
स्याही चूस में समास है