jitendriy Mein Samaas Hai : जितेन्द्रिय में कर्म तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - इंद्रियों को जीतने वाला
जितेन्द्रिय में समास है
मुंहतोड़ में समास है
चिड़ियाघर में समास है
शरणागत में समास है
फला वेष्टित में समास है
देश-विदेश में समास है
हितकारी में समास है।
आराम कुर्सी में समास है
पाठशाला में समास है
लोकोतर में समास है
विधान भवन में समास है
पुरुषोत्तम में समास है
घुड़सवार में समास है
देशगत में समास है
विकासोन्मुख में समास है
आतपजीवी में समास है।
गृहागत में समास है
तर्कसंगत में समास है
स्नानघर में समास है
बीमारी मुक्त में समास है
दुकान प्रवेश में समास है
सर्वज्ञ में समास है
मनोहर में समास है
जलसिक्त में समास है
चिंतामग्न में समास है
गुणयुक्त में समास है
गठकटा में समास है
मोहांध में समास है
गृहस्थ आश्रम में समास है
समाचार पत्र में समास है
डाक महसूल में समास है
अकाल पीड़ित में समास है
सूररचित में समास है
आवेदन पत्र में समास है
ग्रामोद्धार में समास है
जलाभिषेक में समास है
गुरुदक्ष में समास है
ऋणमुक्त में समास है
कठफोड़ा में समास है
स्वयंसिद्ध में समास है
रसोईघर में समास है
आचारपूत में समास है
गंगातट में समास है
बलहीन में समास है
वाग्युद्ध में समास है
शोकाकुल में समास है
खरारि में समास है
घुड़दौड़ में समास है
कृष्णमूर्ति में समास है
रत्नजड़ित में समास है
युद्ध निपुण में समास है
पंत प्रणीत में समास है
इतिहासकार में समास है
प्रेमातुर में समास है
स्वर्ग प्राप्त में समास है।
ज्ञानयुक्त में समास है
कनकघर में समास है
नककटा में समास है
अग्निभक्षी में समास है
कलंकयुक्त में समास है
भार रहित में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
पक्षधर में समास है
अक्षांश में समास है
डाकगाड़ी में समास है
नेत्रहीन में समास है
स्नेहा बिष्ट में समास है
जलज में समास है
मंत्रीवर में समास है
गुणहीन में समास है
उत्कंठापूर्ण में समास है।
चिड़ीमार में समास है
नीतिकुशल में समास है
भयभीत में समास है
सेवा मुक्त में समास है
भयाकुल में समास है