“manovigyan Man Ka Vigyan Hai ” Yah Kathan Hai : “मनोविज्ञान मन का विज्ञान है ” यह कथन अरस्तू का है।
‘मनोविज्ञान व्यवहार व अनुभव का विज्ञान है’’ कथन है
“मनोविज्ञान शिक्षा का आधारभूत विज्ञान है ” यह कथन है
”विकास के परिणामस्वरूप व्यक्ति में नवीन विशेषताएं और नवीन योग्यताएं प्रगट होती हैं।” यह कथन है
हम दया की भीख नहीं माँगते, हम तो केवल न्याय चाहते हैं, ब्रिटिश नागरिक के समान अधिकारों का जिक्र नहीं करते, हम स्वशासन चाहते हैं” यह कथन है
”समाजीकरण एवं वैयक्तिकरण एक ही प्रक्रिया के पहलू है।” यह कथन है
”जिस बालक की बुद्धि–लब्धि 70 से कम होती है, उसको मन्द बुद्धि बालक कहते हैं।” यह कथन है
‘संवेग पुनर्जागरण की प्रक्रिया है।” यह कथन है
”वातावरण वह प्रत्येक वस्तु है, जो व्यक्ति के जीन्स के अतिरिक्त प्रत्येक वस्तु को प्रभावित करती है।” यह कथन है
”विद्यालय समाज का लघु रूप है।” यह कथन है
”विकास के परिणामस्वरूप व्यक्ति में नवीन विशेषताएं और नवीन योग्यताएं प्रस्फुटित होती है।” यह कथन है
1857 की क्रान्ति मुस्लिम साम्राज्य की स्थापना के लिए एक षड़यंत्र थी” यह कथन है
शिक्षा मनोविज्ञान के क्षेत्र में वह सभी ज्ञान और विधियां सम्मिलित हैं जो सिखने की प्रक्रिया से अधिक अच्छी प्रकार समझने में सहायक हैं l यह कथन है
एक ग्रह के दिन का मान और उसके अक्ष का झुकाव लगभग पृथ्वी के दिन के मान और झुकाव के समतूल्य है यह कथन किस ग्रह के सम्बन्ध में सही है
‘संवेग प्रकृति का हृदय है।’ यह कथन है
‘संवेग अभिप्रेरकों का भावनात्मक पक्ष है।’ यह कथन है
संवेग शरीर की वह जटिल दशा है जिसमें श्वास, नाड़ी तन्त्र, ग्रन्थियां, मानसिक स्थिति, उत्तेजना, अवबोध आदि का अनुभूति पर प्रभाव पड़ता है तथा पेशियां निर्दिष्ट व्यवहार करने लगती हैं। यह कथन है
राजनीति और धर्म को साथ-साथ चलना चाहिए' यह कथन है
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्देश्य ब्रिटेन या उसके उपनिवेशों की तरह भारत में अपनी सरकार का गठन करना है”, यह कथन है
‘संवेग शरीर की जटिल दशा है।’ यह कथन है
बालक को आनन्ददायक सरल कहानियों द्वारा नैतिक शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। यह कथन है
“मनोविज्ञान मन का वैज्ञानिक अध्ययन है , जिसके अन्तर्गत न केवल बौद्धिक, अपितु संवेगात्मक अनुभूतियों , उत्प्रेरक शक्तियों तथा कार्य या व्यवहार भी सम्मिलित है l ” यह कथन है
”बालक की अभिवृद्धि जैविकीय नियमों के अनुसार होती है।” यह कथन है
”दो बालकों में समान मानसिक योग्यताएं नहीं होती।” यह कथन है
मनोविज्ञान को मन का विज्ञान किसने कहा था
”विकास के अनुरूप व्यक्ति में नवीन योग्यताएं एवं विशेषताएँ प्रकट होती है” यह कथन है
“मनोविज्ञान वातावरण के सम्पर्क में आने वाले व्यक्तियों के क्रियाकलापों का विज्ञान है l ” यह कथन है
राज्य अच्छे मार्ग में बाधाओं की बाधा है यह कथन है
”सूझ वास्तविक स्थिति का आकस्मिक, निश्चित और तात्कालिक ज्ञानहै।” यह कथन है
“शिक्षा मनोविज्ञान, अध्यापकों की तैयारी की आधारशिला है l यह कथन है
”वंशानुक्रम हमें विकसित होने की क्षमता प्रदान करता है।” यह कथन है
रक्त संबंध समाज को जन्म देता है और कालांतर में समाज राज्यों को यह कथन है
”समाजीकरण एक प्रकार का सीखना है, जो सीखने वाले को सामाजिक कार्य करने के योग्य बनाता है।” यह कथन है
मनोविज्ञान, वातावरण के सम्पर्क में होने वाले मानव व्यवहारों का विज्ञान है
“अवस्था विशेष के आधार पर ही हमें किसी को बालक युवा या वृद्ध कहना चाहिए l ” यह कथन है
आयु के बालकों के लिए सामान्य कार्य है।” यह कथन है
”जिस बालक की शैक्षिक लब्धि 85 से कम होती है उसे पिछड़ा बालक कहा जा सकता है।” यह कथन है
”इस बात पर कोई मतभेद नहीं हो सकता है कि किशोरावस्था जीवन का सबसे कटिन काल है।” यह कथन है
भारतीय संस्कृति पूरी तरह न हिन्दू है, न इस्लामी और नही कुछ अन्य, वह सबकी संयोजन है”, यह कथन है
”जो बालक कक्षा में विशेष योग्यता रखते हैं उनको प्रतिभाशाली कहते हैं।” यह कथन है
”विकास के परिणामस्वरूप व्यक्ति में नवीन विशेषताएं और नवीन योग्यताएं प्रकट होती है।” यह कथन है
शिक्षा मनोविज्ञान का मुख्य सम्बन्ध सीखने से है l यह कथन है
“शिक्षा मनोविज्ञान, अध्यापक की तैयारी की आधारशिला है यह कथन है
“मनोविज्ञान मन का विज्ञान है l ” यह कथन है
”बालक की अभिवृद्धि जैविकी नियमों के अनुसार होती है।” यह कथन है
”सीखने की प्रक्रिया की एक प्रमुख विशेषता पठार है।” यह कथन है
चोली-दामन का साथ मुहावरे का अर्थ क्या है
रबीन्द्रनाथ टैगोर का जन्मदिन 6 मई, 1961 है यही जन्म भारत के एक महान व्यक्ति का भी है जिन्होंने इन्डिपेन्डेन्ट (Independent) नामक समाचार-पत्र भी निकाला था, कौन था
माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर, कर का मनका डारि दै, मन का मनका फेर में कौन सा अलंकार है
संस्कृत के नाटकों में पटाक्षेप के लिए ‘यवनिका’ शब्द प्रयोग किया जाता है यह किस भाषा का शब्द हैं
एक देश के लिए स्वराज्य परम आवश्यक है सुधार अथवा उत्तम राज्य इसके विकल्प नहीं हो सकते’ यह कथन किसका है
‘राजनीतिक स्वतंत्रता राष्ट्र की प्राणवायु है’ यह कथन किसका है
मन का पर्यायवाची शब्द
भारत एक राष्ट्र नहीं दो राष्ट्र है’ यह कथन किसका है
समास की अधिकता ओज कहलाती है’ किसका कथन है
”द्रव सभी दिशाओं में समान दाब पारित करता है” यह कथन किस नियम से सम्बंधित है
गिरिवन कहाँ पाया जाता है यह किस पशु का अभ्यारण्य है
‘शिक्षा किसी निश्चित स्थान पर प्राप्त की जाती है l ‘ यह कथन शिक्षा के किस अर्थ में प्रयुक्त होता है
पाहन पूजे हरि मिले, तो मैं पूजों पहार यह कथन किस संत का है
‘यदि संस्कृत मातृभाषा है तो क्या मेरी मातृभाषा दस्यु भाषा है’ यह किसका कथन है
हालात की मजबूरी थी और यह महसूस किया गया कि जिस रास्ते पर हम चल रहे हैं उसके द्वारा गतिरोध को दूर नहीं किया जा सकता, अत: हमको देश का विभाजन स्वीकार करना पड़ा” यह कथन किसका है
सारी हिन्दू-प्रणाली पश्चिमी सभ्यता से बढ़कर है”, यह कथन किन का है
शमन का पर्यायवाची शब्द क्या है
तुलसी गंग दुओं भये सुकविन के सरदार यह कथन किसका है
पयोमन का संधि विच्छेद क्या है
‘रमणीयार्थ प्रतिपादकः शब्दः काव्यम्’ किसका कथन है
यह किसका कथन हैं ”इस विशाल देश में कोई प्रगति सम्भव नहीं है जब तक कि हिन्दू तथा मुसलमान दोनों मिलकर एक न हो जाएं
‘राज्य के नीति-निर्देशक तत्व एक ऐसा चेक है जो बैंक की सुविधानुसार अदा की जाएगी’ यह कथन किसका है
"कोई पिण्ड तब तक विरामैं ही बना रहेगा जब तक उस पर कोई बाह्य बल कार्य नहीं है।" यह कथन किसका है