बालक को आनन्ददायक सरल कहानियों द्वारा नैतिक शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। यह कथन है
balak Ko Aanandayak Saral Kahaniyon Dwara Naitik Shiksha Pradan Karana Chaahie. Yah Kathan Hai : बालक को आनन्ददायक सरल कहानियों द्वारा नैतिक शिक्षा प्रदान करनी चाहिए। यह कथन कोलेसनिक का है।