vanvas Mein Samas : वनवास में अधिकरण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - वन में वास
कपड़छन में समास है
मदांध में समास है
नीतिकुशल में समास है
आशातीत में समास है
राजभवन में समास है
संकटापन्न में समास है
अकाल पीड़ित में समास है
मोहांध में समास है
मुंहतोड़ में समास है
अक्षांश में समास है
यज्ञशाला में समास है
आनंदाश्रम में समास है
शोकाकुल में समास है
कर्मरहित में समास है
रेखांकित में समास है
गृहस्वामी में समास है
डाकगाड़ी में समास है
तीर्थाटन में समास है
श्रमदान में समास है
रेलगाड़ी में समास है
खड्गधर में समास है
राहखर्च में समास है
गुणहीन में समास है
सजा मुक्त में समास है
शहरवास में समास है
चन्द्रोदय में समास है
वन गमन में समास है
अंधकारयुक्त में समास है
देशार्पण में समास है
कर्मवीर में समास है
रक्तरंजित में समास है
जातिच्युत में समास है
विचार लीन में समास है
मुनिश्रेष्ठ में समास है
वाग्युद्ध में समास है
माया रिक्त में समास है
धर्मवीर में समास है
कन्यादान में समास है
अन्नदाता में समास है
बाणाहत में समास है
जलज में समास है
आनन्दाश्रम में समास है
खरारि में समास है
हितकारी में समास है।
सुखप्राप्त में समास है
साधु दक्षिणा में समास है
कपड़छन में समास है
तुलसी कृत में समास है
युद्ध निपुण में समास है
सत्याग्रह में समास है
ईश्वरदत्त में समास है
मार्गव्यय में समास है
जेबकतरा में समास है
धर्मच्युत में समास है
अत्रदान में समास है
शिवार्पण में समास है
मुँहचोर में समास है
रोजगार वंचित में समास है
आवेदन पत्र में समास है
विधानसभा में समास है
नककटा में समास है
वाग्दत्ता में समास है
आटा-दाल में समास है
नेत्रहीन में समास है
स्वर्ग प्राप्त में समास है।
लोकहितकारी में समास है
कठखोदवा में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
अमृतधारा में समास है
मूर्तिकार में समास है
कलंकयुक्त में समास है
रसोईघर में समास है
प्राप्तोदक रचित में समास है
पद भ्रष्ट में समास है
शत्रुघ्न में समास है
रोगमुक्त में समास है
शहरगत में समास है
शोकग्रस्त में समास है
अश्वमेध में समास है