baanaahat Rachit Mein Samaas : बाणाहत रचित में करण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - बाण से आहत
रथचालक में समास है
गौशाला में समास है
रक्तारक्त में समास है
धर्मच्युत में समास है
धर्माध में समास है
पाठशाला में समास है
डाक महसूल में समास है
मदमस्त में समास है
देशगत में समास है
हस्तलिखित में समास है
ज्वरग्रस्त में समास है
अत्रदान में समास है
मुनिश्रेष्ठ में समास है
जलधर में समास है
श्रमदान में समास है
नेत्रहीन में समास है
वयःप्राप्त में समास है
घृतान्न में समास है
नरोत्तम में समास है
रथारूढ़ में समास है
आशातीत में समास है
रोगमुक्त में समास है
प्रेमाकुल में समास है
गुरु दक्षिणा में समास है
लोकहितकारी में समास है
दुःखद में समास है
कृष्णमूर्ति में समास है
नियमबद्ध में समास है
फला वेष्टित में समास है
मदमाता में समास है
संगीतज्ञ में समास है
ग्रंथकार में समास है
सर्वज्ञ में समास है
जलज में समास है
वाग्युद्ध में समास है
कठफोड़ा में समास है
देवालय में समास है
दुःखार्त में समास है
रसोईघर में समास है
दिलतोड़ में समास है
देवदत्त में समास है
कन्यादान में समास है
कलापूर्ण में समास है
आचारपूत में समास है
यज्ञाहुति में समास है।
स्नानघर में समास है
रत्नजड़ित में समास है
चिंताग्रस्त में समास है
विवाहेतर में समास है
मनगढंत में समास है
देहचोर में समास है
चिड़ीमार में समास है
जलपिपासु में समास है
सत्याग्रह में समास है
शोकग्रस्त में समास है
शराहत में समास है
देशनिकाला में समास है
स्वरचित में समास है
साधु दक्षिणा में समास है
धर्म विमुख में समास है
नगर निवास में समास है।
क्षुधातुर में समास है
विद्या रहित में समास है
रण विमुख में समास है
राहखर्च में समास है
माखनचोर में समास है
रोगग्रस्त में समास है
कंटकाकीर्ण में समास है
घृतमिश्रित में समास है
तारों भरी में समास है
स्वागत गान में समास है
व्यय मुक्त में समास है
बुद्धिहीन में समास है
पंत प्रणीत में समास है
भार रहित में समास है
कनकघर में समास है
देवबली में समास है
संकटापन्न में समास है
नरश्रेष्ठ में समास है
कष्टापन्न में समास है