railgadi Mein Samas : रेलगाड़ी में अधिकरण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - रेल (पटरी) पर चलने वाली गाड़ी
खरारि में समास है
नियमबद्ध में समास है
चरित्र चित्रण में समास है
अत्रदान में समास है
ऋणमुक्त में समास है
ज्वरग्रस्त में समास है
कर्मरहित में समास है
धनहीन में समास है
पुत्र शोक में समास है
व्यक्तिगत में समास है
सम्मान प्राप्त में समास है
मंत्रीवर में समास है
वाग्युद्ध में समास है
रथचालक में समास है
दयार्द्र में समास है
यशोदा में समास है
कष्ट साध्य में समास है
गुरु दक्षिणा में समास है
राजभवन में समास है
वन गमन में समास है
जग सुहाता में समास है
ब्राह्मण दक्षिणा में समास है
जन्मरोगी में समास है
देहचोर में समास है
कुंभकार में समास है।
गृहस्वामी में समास है
आनन्दाश्रम में समास है
पथभ्रष्ट में समास है
घुड़दौड़ में समास है
धर्म विमुख में समास है
रक्तरंजित में समास है
चित्रकार में समास है
गुणहीन में समास है
भार रहित में समास है
दुकान प्रवेश में समास है
कन्यादान में समास है
जितेन्द्रिय में समास है
कर्णफूल में समास है
देशभक्ति में समास है
मनोहर में समास है
मरणासन्न में समास है
बाणाहत में समास है
रोगमुक्त में समास है
रणवीर में समास है
अमचूर में समास है
रेखांकित में समास है
बैलगाड़ी में समास है
कपड़छन में समास है
अग्निभक्षी में समास है
नेत्रहीन में समास है
रसभरा में समास है
विद्यालय में समास है
तुलसी कृत में समास है
माखनचोर में समास है
अन्नदाता में समास है
रंगमंच में समास है
तारों भरी में समास है
गगनचुंबी में समास है
श्रमदान में समास है
कर्ज मुक्त में समास है
घुड़सवार में समास है
सभा भवन में समास है
आनंदाश्रम में समास है
नककटा में समास है
वाल्मीकिरचित में समास है
विकासोन्मुख में समास है
प्रयोगशाला में समास है
इतिहासकार में समास है
आराम कुर्सी में समास है
गृहागत में समास है
लक्ष्य भ्रष्ट में समास है।
रामायण में समास है
स्वर्ग प्राप्त में समास है।
रेलयात्रा में समास है
गिरहकट में समास है
हवन सामग्री में समास है
जलावृत में समास है
शरणागत में समास है
धर्मभ्रष्ट में समास है
स्वागत गान में समास है