niti Kushal Mein Samas Hai : नीतिकुशल में अधिकरण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - नीति में कुशल
सेवानिवृत्त में समास है
सर्वज्ञ में समास है
मुहमांगा में समास है
युद्धवीर में समास है
कष्ट साध्य में समास है
पद प्राप्त में समास है
पाठशाला में समास है
रेलगाड़ी में समास है
दिलतोड़ में समास है
सजा मुक्त में समास है
शोकाकुल में समास है
कर्महीन में समास है
खड्गधर में समास है
वनरहित में समास है
स्वर्ग प्राप्त में समास है।
रोगमुक्त में समास है
स्थान भ्रष्ट में समास है
कारावास में समास है
रंगमंच में समास है
कुंभकार में समास है।
माखनचोर में समास है
चित्त चोर में समास है
रसोईघर में समास है
कष्ट सहिष्णुता में समास है
ज्ञानयुक्त में समास है
कपड़छन में समास है
चरित्र चित्रण में समास है
चिंताग्रस्त में समास है
शराहत में समास है
मदमाता में समास है
तर्कसंगत में समास है
गगनचुंबी में समास है
अमृतधारा में समास है
देवदत्त में समास है
कर्मरहित में समास है
आँखोंदेखी में समास है
कर्मवीर में समास है
जलधर में समास है
मुँहचोर में समास है
मदांध में समास है
मूर्तिकार में समास है
पुत्र शोक में समास है
वन गमन में समास है
यज्ञाहुति में समास है।
गुरुदत्त में समास है
घुड़सवार में समास है
नगर निवास में समास है।
देहचोर में समास है
विश्राम गृह में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
सिरदर्द में समास है
जितेन्द्रिय में समास है
कनकटा में समास है
आराम कुर्सी में समास है
सुखप्राप्त में समास है
बैलगाड़ी में समास है
गृहप्रवेश प्रवेश में समास है
पतित पावन में समास है
लोकोतर में समास है
फलहीन में समास है
घुड़दौड़ में समास है
पुरुषोत्तम में समास है
दयार्द्र में समास है
गंगाजल में समास है
मार्गव्यय में समास है
इतिहासकार में समास है
मनचाहा में समास है
व्यय मुक्त में समास है
सत्ताच्युत में समास है
धर्म विमुख में समास है
रत्नजड़ित में समास है
मुंहतोड़ में समास है
वनवास में समास है
जलपिपासु में समास है
विकासोन्मुख में समास है
नेत्रहीन में समास है
कृष्णमूर्ति में समास है
धर्माध में समास है
यज्ञशाला में समास है
विवाहेतर में समास है