ek Baalak Ko Apane Kiye Jaane Vaale Kaaryon Par Samaaj Mein Prashansa Evan Puraskaar Praapta Nahin Hota Hai, To Usaka Vyavahaar Hoga : एक बालक को अपने किये जाने वाले कार्यों पर समाज में प्रशंसा एवं पुरस्कार प्राप्त नहीं होता है, तो उसका व्यवहार संवेगात्मक अस्थिरता से परिपूर्ण होगा।