jitendriy Mein Samaas : जितेन्द्रिय में करण तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह : इंद्रियों को जीतने वाला
जितेन्द्रिय में समास है
अन्नहीन में समास है
कष्टापन्न में समास है
रक्तरंजित में समास है
प्रयोगशाला में समास है
आज्ञानुसार में समास है
फलहीन में समास है
शिवार्पण में समास है
मूर्तिकार में समास है
दुःख संतप्त में समास है
घृतान्न में समास है
विधानसभा में समास है
क्षुधातुर में समास है
जलहीन में समास है
पर्णकुटीर रचित में समास है
मनचाहा में समास है
जलावृत में समास है
चिड़ियाघर में समास है
गुरुदक्ष में समास है
धर्मवीर में समास है
सुखप्राप्त में समास है
जग सुहाता में समास है
मुहमांगा में समास है
शरणागत में समास है
हथकड़ी में समास है
आकालपीड़ित में समास है
नरश्रेष्ठ में समास है
कामचोर में समास है
समाचार पत्र में समास है
देशनिर्वासित में समास है
सभा भवन में समास है
श्रमजीवी में समास है
फला वेष्टित में समास है
नियमबद्ध में समास है
पथभ्रष्ट में समास है
बीमारी मुक्त में समास है
संगीतज्ञ में समास है
माया रिक्त में समास है
आँखोंदेखी में समास है
कपड़छन में समास है
देशगत में समास है
रोजगार वंचित में समास है
कलंकयुक्त में समास है
ब्राह्मण दक्षिणा में समास है
लोकहितकारी में समास है
जन्मरोगी में समास है
साधु दक्षिणा में समास है
सर्वज्ञ में समास है
जलधारा में समास है
चित्रकार में समास है
विचार लीन में समास है
पददलित में समास है
दयार्द्र में समास है
चिड़ीमार में समास है
देवालय में समास है
धनहीन में समास है
शक्तिहीन में समास है
देशभक्ति में समास है
जलधर में समास है
क्रीड़ास्थल में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
इतिहासकार में समास है
पदच्युत में समास है
वाग्युद्ध में समास है
प्रेमसिक्त रचित में समास है
विद्यालय में समास है
परलोकगमन में समास है
आवेदन पत्र में समास है
दुःखद में समास है
कर्ज मुक्त में समास है
सर्वभक्षी में समास है
स्याही चूस में समास है
सेवानिवृत्त में समास है
करुणापूर्ण में समास है
गृहप्रवेश प्रवेश में समास है
विद्युत मापी में समास है
तिल पापड़ी में समास है
नीतिकुशल में समास है