jaladhar Mein Samaas Hai : जलधर में कर्म तत्पुरुष समास है।
समास विग्रह - जल को धारण करने वाला
अमृतधारा में समास है
शहरवास में समास है
स्नानघर में समास है
आचारपूत में समास है
प्राप्तोदक रचित में समास है
मनचाहा में समास है
प्रयोगशाला में समास है
प्रेमसिक्त रचित में समास है
पर्णकुटीर रचित में समास है
स्थान भ्रष्ट में समास है
शरणागत में समास है
कपड़छन में समास है
नेत्रहीन में समास है
व्यवहारकुशल में समास है
पददलित में समास है
कर्मवीर में समास है
प्रेमाकुल में समास है
रण विमुख में समास है
जितेन्द्रिय में समास है
अन्नदाता में समास है
जग सुहाता में समास है
देवदत्त में समास है
सत्याग्रह में समास है
विद्याधर में समास है
सत्ताच्युत में समास है
रत्नजड़ित में समास है
माखनचोर में समास है
जलहीन में समास है
संकटापन्न में समास है
आनन्दाश्रम में समास है
स्वागत गान में समास है
रोगमुक्त में समास है
गुरुदत्त में समास है
रोजगार वंचित में समास है
क्षुधातुर में समास है
शोकग्रस्त में समास है
मदमाता में समास है
तर्कसंगत में समास है
कठफोड़ा में समास है
धर्मच्युत में समास है
मदमस्त में समास है
गौशाला में समास है
ग्रामवास में समास है
प्रेमातुर में समास है
भार रहित में समास है
संगीतज्ञ में समास है
गृहस्थ आश्रम में समास है
गिरहकट में समास है
आमरस में समास है
घुड़दौड़ में समास है
चिड़ियाघर में समास है
पंत प्रणीत में समास है
जन्मरोगी में समास है
विधि निर्माण में समास है
परलोकगमन में समास है
गृहप्रवेश प्रवेश में समास है
कमरतोड़ में समास है
मदांध में समास है
चिड़ीमार में समास है
धर्मभ्रष्ट में समास है
ग्रामोद्धार में समास है
मरणोत्तर में समास है
कामचोर में समास है
जन्मांध में समास है
सेवानिवृत्त में समास है
इतिहासकार में समास है
धर्माध में समास है
घृतान्न में समास है
युद्ध निपुण में समास है
आतपजीवी में समास है।
नककटा में समास है
जलमग्न में समास है
स्वयंसिद्ध में समास है
लोकोतर में समास है
चिंतामग्न में समास है
सिर तोड़ में समास है
जीवदानी में समास है
शिवार्पण में समास है
चन्द्रोदय में समास है