‘राणा प्रताप के घोड़े से पड़ गया हवा का पाला था।’ में अतिश्योक्ति अलंकार है।
महाराण प्रताप - महाराण प्रताप के घोड़े चेहत की कहानी। मुगलिया सल्तनत से मरते दम तक टक्कर लेने वाले राजपूत आन बान और शान के ध्वजा वाहक महाराणा प्रताप का जन्म राजस्थान के कुम्भलगढ़ में हुआ था।