Satpurush Mein Kaun Sa Samas : सत्पुरुष में कर्मधारय तत्पुरूष समास है।
सत्पुरुष में समास विग्रह - सत् है जो पुरुष
अरहर सनई की सोने की, कंकरिया है शोभाशाली।’ में कौन सा अलंकार है
तन-मन-धन में कौन सा समास है
हाथों हाथ में कौन सा समास है
प्रति सप्ताह में कौन सा समास है
यदि कोई व्यक्ति दूर की वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख सकता है तो उसकी दृष्टि में कौन सा दोष होगा
कुकि – कुकि कलित कुंजन करत कलोल।’ में कौन सा अलंकार है
ईश्वरप्रदत्त में कौन सा समास है
दान-परसु बुधि-शक्ति प्रचंडा , बर-बिज्ञान कठिन कोदण्डा।’ में कौन सा अलंकार है
स्नेह मग्न में कौन सा समास है
जगदम्बा में कौन सा संधि है
धड़ाधड़ में कौन सा समास है
पार्वती में कौन सा प्रत्यय है
नगन जड़ाती थी वे नगन जड़ाती है, में कौन सा अलंकार है
सादर में कौन सा समास है
नीलगाय में कौन सा समास है
प्रतिक्षण में कौन सा समास है
रातभर में कौन सा समास है
शोकमग्न में कौन सा समास है
नरोत्तम में कौन सा समास है
तिमाही में कौन सा समास है
‘इस सोते संसार बीच, जगकर सजकर रजनीबाले।’ में कौन सा अलंकार है
चन्द्रमुख में कौन सा समास है
एड़ी-चोटी में कौन सा समास है
अत्यंत में कौन सा उपसर्ग है
बेअसर में कौन सा समास है
मंद-मंद में कौन सा समास है
अंबर के तारे मानो मोती अनगन है में कौन सा अलंकार है
यथेष्ट में कौन सा समास है
अधपका में कौन सा समास है
‘रघुपति राघव राजा राम’ में कौन सा अलंकार है
सत्याग्रह में कौन सा समास है
श्रमसाध्य में कौन सा समास है
जल रिक्त में कौन सा समास है
दुख इस मानव-आत्मा का रे में कौन सा अलंकार है
पेड़-पौधे में कौन सा समास है
जो खग हौं तो बसेरो करौं मिलि ,कालिंदी कूल कदम्ब की डारन,में कौन सा अलंकार है
रनित भृंग-घंटावली झरित दान-मधुनीर, मंद-मंद आवत चल्यो कुंजरु कुंज समीर,में कौन सा अलंकार है
इस करुणा कलित हृदय में अब विकल रागिनी बजती में कौन सा अलंकार है
गुण-दोष में कौन सा समास है
‘श्रद्धानत तरुओं की अंजली से झरे पात, कोंपल के मूंदे नयन थर-थर-थर पुलकगात।’ में कौन सा अलंकार है
बेरहम में कौन सा समास है
पावक में कौन सा प्रत्यय है
गेहू के दाने में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है
मदमत्त में कौन सा समास है
बेधड़क में कौन सा समास है
चलसम्पति में कौन सा समास है
लोकहितकारी में कौन सा समास है
सज्जन में कौन सा समास है
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई में कौन सा रस है
मरणासन्न में कौनसा समास है
कोलाहल बैठा सुल्तान में कौन सा अलंकार है
'पशु-पक्षी' में कौन सा समास है
‘मुख बाल रवि सम लाल होकर ज्वाला – सा हुआ बोधित’ में कौन सा अलंकार है
राम रमापति कर धनु लेहू में कौन सा अलंकार है
विमल वाणी ने वीणा ली ,कमल कोमल क्र में सप्रीत।’ में कौन सा अलंकार है
महाराज में कौन सा समास है
पंकज तो पंकज, मृगांक भी है मृगांक री प्यारी में कौन सा अलंकार है
मेघ आये बड़े बन-ठन के संवर के।’ में कौन सा अलंकार है
द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद 1946 में कौन सा मिशन भारत आया था
बन्धन मुक्त में कौन सा समास है
मुदित महीपति मंदिर आए। ...में कौन सा अलंकार है
निपट निरंकुस निठुर निसंकू में कौन सा अलंकार है
मांसाहारी में कौन सा समास है
‘आवत जात कुंज की गलियन रूप सुधा नित पीजै। गोपी पद-पंकज पावन की रज जामे भीजै।’ में कौन सा अलंकार है
सतसई में कौन सा समास है
निस्संदेह में कौन सा समास है
दायक में कौन सा प्रत्यय है
उघरहिं बिमल बिलोचन ही के में कौन सा अलंकार है
फहरी ध्वजा, फड़की भुजा, बलिदान की ज्वाला उठी, निज जन्मभू के मान में, चढ़ मुण्ड की माला उठी में कौन सा रस है
यथासंभव में कौन सा समास है
स्वाधीन में कौन सा संधि है
धर्म-अधर्म में कौन सा समास है
जन्म-मरण में कौन सा समास है
सार्थक में कौन सा समास है
यह देखिये , अरविन्द – शिशु वृन्द कैसे सो रहे।’ में कौन सा अलंकार है
त्रिफला में कौन सा समास है
जिन दिन देखे वे कुसुम गई में कौन सा अलंकार है
कबीरा सोई पीर है जो जानै पर पीर, जो पर पीर न जानई सो काफिर बेपीर, में कौन सा अलंकार है
शराहत में कौन सा समास है
श्रीमती में कौन सा प्रत्यय है