yathaarth Mein samas : यथार्थ में अव्ययीभाव समास है।
समास विग्रह - अर्थ के अनुसार
बेकाम में कौन सा समास है
राम रमापति कर धनु लेहू में कौन सा अलंकार है
लंबोदर में कौन सा समास है
मानव में कौन सा प्रत्यय है
यथासामर्थ्य में कौन सा समास है
नर-नारी में कौन सा समास है
‘मुख बाल रवि सम लाल होकर ज्वाला – सा हुआ बोधित’ में कौन सा अलंकार है
गोदान में कौन सा समास है
धनहीन में कौन सा समास है
कुंद इंदु सम देह, उमा रमन करुणा अयन में कौन सा अलंकार है
‘कालिंदी कूल कदंब की डारिन’ में कौन सा अलंकार है
नवरत्न में कौन सा समास है
‘इस सोते संसार बीच, जगकर सजकर रजनीबाले।’ में कौन सा अलंकार है
रथचालक में कौन सा समास है
प्रतिमास में कौन सा समास है
केकी रव की नुपुर ध्वनि सुन, जगती जगती की मूक प्यास।’ में कौन सा अलंकार है
सशक्त में कौन सा समास है
लोकनायक में कौन सा समास है
मरणासन्न में कौनसा समास है
‘सपना-सपना समझ कर भूल न जाना’ में कौन सा अलंकार है
खग कुल कुल कुल सा बोल रहा में कौन सा अलंकार है
अनजाने में कौन सा समास है
जल रिक्त में कौन सा समास है
मैं बरजी कै बार तू, इतकत लेती करौंट। पंखुरी लगे गुलाब की, परि है गात खरौंट।’ में कौन सा अलंकार है
अरहर सनई की सोने की, कंकरिया है शोभाशाली।’ में कौन सा अलंकार है
बकायदा में कौन सा समास है
बेखटके में कौन सा समास है
प्रत्यंग में कौन सा समास है
बारम्बार में कौन सा समास है
सोहत ओढ़े पीत पट स्याम सलोने गात में कौन सा अलंकार है
वे न इहाँ नागर भले जिन आदर तौं आब में कौन सा अलंकार है
माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर, कर का मनका डारि दै, मन का मनका फेर में कौन सा अलंकार है
‘आगे नदियां पड़ी अपार घोडा कैसे उतरे पार। राणा ने सोचा इस पार तब तक चेतक था उस पार।’ में कौन सा अलंकार है
रसोईघर में कौन सा समास है
ऊंच-नीच में कौन सा समास है
सकुशल में कौन सा समास है
सुखदायक में कौन सा समास है
दृग पग पोंछन को करे भूषन पायंदाज में कौन सा अलंकार है
चौपाई में कौन सा समास है
यज्ञवेदी में कौन सा समास है
रुपया-पैसा में कौन सा समास है
वाल्मीकिरचित में कौन सा समास है
पूत कपूत तो क्यों धन संचय, पूत सपूत तो क्यों धन संचय में कौन सा अलंकार है
दान-परसु बुधि-शक्ति प्रचंडा , बर-बिज्ञान कठिन कोदण्डा।’ में कौन सा अलंकार है
कहै कवि बेनी बेनी व्याल की चुराई लीनी, रति-रति सोभा सब रति के सरीर की, में कौन साअलंकार है
कविराज में कौन सा समास है
तीन बेर खाती थी वह तीन बेर खाती है इसमें कौन सा अलंकार है
शेष, महेश, गणेश, दिनेश, सुरेश हि जाहि निरंतर गावै में कौन सा अलंकार है
नीतिकुशल में कौन सा समास है
दोपहर में कौन सा समास है
कृष्णसर्प में कौन सा समास है
यथाक्रम में कौन सा समास है
मानहु विधि तन-अच्छ छवि स्वच्छ राखिजे काज में कौन सा अलंकार है
मेरे नगपति! मेरे विशाल! में कौन सा अलंकार है
मांसभक्षी में कौन सा समास है
बदस्तूर में कौन सा समास है
धड़ाधड़ में कौन सा समास है
विरहसागर में कौन सा समास है
पाहुन ज्यों आए हो गांव में शहर के में कौन सा अलंकार है
जेबकतरा में कौन सा समास है
मंगन को देखि पट देत बार-बार है में कौन सा अलंकार है
‘कहती हुई यूँ उत्तरा के नेत्र जल से भर गए। हिम कणों से पूर्ण मानों हो गए पंकज नए।’ में कौन सा अलंकार है।
अंतर्व्यथा में कौन सा समास है
मान-सम्मान में कौन सा समास है
सहसा में कौन सा समास है
कोलाहल बैठा सुल्तान में कौन सा अलंकार है
बिना काम का में कौन सा समास है
पंचानन में कौन सा समास है
नगन जड़ाती थी वे नगन जड़ाती है, में कौन सा अलंकार है
पुष्पवर्षा में कौन सा समास है
पीतांबर में कौन सा समास है
रात-दिन में कौन सा समास है
दुस्साहस में कौन सा उपसर्ग है
यथासमय में कौन सा समास है
कबीरा सोई पीर है जो जानै पर पीर, जो पर पीर न जानई सो काफिर बेपीर, में कौन सा अलंकार है
अनुदार में कौन सा समास है
राष्ट्रपति में कौन सा समास है
शुभागमन में कौन सा समास है
दायक में कौन सा प्रत्यय है
दशानन में कौन सा समास है