विद्यालय में तत्पुरुष समास है.
अनुदार में कौन सा समास है
सुषुम-सेतु पर खड़ी थी, बीत गया दिन आह।’ में कौन सा अलंकार है
‘मैया मैं तो चंद्र-खिलौना लैहों’ में कौन सा अलंकार है
पावक में कौन सा प्रत्यय है
को घटि ये वृषभानुजा वे हलधर के वीर में कौन सा अलंकार है
विषधर में कौन सा समास है
चतुर्मुख में कौन सा समास है
बेमतलब में कौन सा समास है
भवन में कौन सा प्रत्यय है
जरा से लाल केसर से कि जैसे धुल गई हो में कौन सा अलंकार है
‘माला फेरत जुग भया, मिटा न मनका फेर, कर का मनका डारि के मन का मनका फेर।’ में कौन सा अलंकार है
हर एक में कौन सा समास है
यथारूप में कौन सा समास है
जिन दिन देखे वे कुसुम गई में कौन सा अलंकार है
बाधा था विधु को किसने इन काली जंजीरों से। मणि वाले फणियों का मुख क्यों भरा हुआ था हीरों से।’ में कौन सा अलंकार है
ऋणमुक्त में कौन सा समास है
रससिक्त में कौन सा समास है
भरसक में कौन सा समास है
लहरें व्योम चूमती उठतीं में कौन सा अलंकार है
खाद्यान्न में कौन सा समास है
बाण नहीं पहुंचे शरीर तक शत्रु गिरे पहले ही भू पर में कौन सा अलंकार है
बेशऊर में कौन सा समास है
स्वारथु सुकृतु न, श्रमु वृथा में कौन सा अलंकार है
कबीरा सोई पीर है जो जानै पर पीर, जो पर पीर न जानई सो काफिर बेपीर, में कौन सा अलंकार है
बाकायदा में कौन सा समास है
भोजनालय में कौन सा समास है
मरणासन्न में कौनसा समास है
भरपूर में कौन सा समास है
स्त्री-पुरुष में कौन सा समास है
‘जगी वनस्पतियाँ अलसाई मुह धोया शीतल जल से’ में कौन सा अलंकार है
राजा-प्रजा में कौन सा समास है
जीव-जंतु में कौन सा समास है
आशातीत में कौन सा समास है
सागर के उर पर नाच नाच करती है में कौन सा अलंकार है
अंशुमाली में कौन सा समास है
मांसभक्षी में कौन सा समास है
अनुदान में कौन सा समास है
अमिय मूरिमय चूरन चारु समन सकल भव रुज परिवारु में कौन सा अलंकार है
वेद-पुराण में कौन सा समास है
यज्ञशाला में कौन सा समास है
‘कहती हुई यूँ उत्तरा के नेत्र जल से भर गए। हिम कणों से पूर्ण मानों हो गए पंकज नए।’ में कौन सा अलंकार है।
मैया मैं तो चंद्र खिलौना लैहों में कौन सा अलंकार है
मार-पीट में कौन सा समास है
‘कालिका सी किलकि कलेऊ देती काल को’ में कौन सा अलंकार है
रघुपति राघव राजा राम में कौन सा अलंकार है
फलासक्त में कौन सा समास है
अंतर्व्यथा में कौन सा समास है
'पूर्वापर' में कौन सा समास है
‘दादुर धुनि चहुँ दिशा सुहाई। बेद पढ़हिं जनु बटु समुदाई ।’ में कौन सा अलंकार है
वाक्य-गयान अत्यंत निपुन भव-पार न पावै कोई।’ में कौन सा अलंकार है
कुंद इंदु सम देह, उमा रमन करुणा अयन में कौन सा अलंकार है
चक्रधर में कौन सा समास है
बेकाम में कौन सा समास है
खरा-खोटा में कौन सा समास है
अंतिम में कौन सा प्रत्यय है
बेअसर में कौन सा समास है
राष्ट्रपति में कौन सा समास है
राहखर्च में कौन सा समास है
धनी-निर्धन में कौन सा समास है
खंड-खंड करताल बाजार ही विशुद्ध हवा।’ में कौन सा अलंकार है
अकालपीड़ित में कौन सा समास है
हरघडी में कौन सा समास है
"तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए" में कौन सा अलंकार की उत्पत्ति होती है
नरसिंह में कौन सा समास है
लो हरित धरा से झांक रही, नीलम की कली, तीसी नीली।’ में कौन सा अलंकार है
‘जेते तुम तारे तेते नभ में न तारे हैं।’ में कौन सा अलंकार है
उषा सुनहरे तीर बरसाती, जय लक्ष्मी-सी उदित हुई।’ में कौन सा अलंकार है
महादेव में कौन सा समास है
‘मुख बाल रवि सम लाल होकर ज्वाला – सा हुआ बोधित’ में कौन सा अलंकार है
वन गमन में कौन सा समास है
ध्वनि मयी कर के गिरि-कंदरा, कलित-कानन-केलि-निकुंज को,में कौन सा अलंकार है
पंचवटी में कौन सा समास है
पर्वतारोहण में कौन सा समास है
रोगमुक्त में कौन सा समास है
बखूबी में कौन सा समास है
धुंधला में कौन सा प्रत्यय है
घनश्याम में कौन सा समास है
"तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाये" में कौन सा अलंकार है
अमीर-गरीब में कौन सा समास है
नदियाँ जिनकी यशधारा-सी बहती हैं अब भी निशि वासर में कौन सा अलंकार है