नरोत्तम में तत्पुरुष समास है.
आदिप्रवर्तक में कौन सा समास है
जितेन्द्रिय में कौन सा समास है
मुदित महीपति मंदिर आये में कौन सा अलंकार है
जीवन भर में कौन सा समास है
मुदित महीपति मंदिर आए। ...में कौन सा अलंकार है
लसत सूर सायक-धनु-धारी में कौन सा अलंकार है
पठनीय में कौन सा प्रत्यय है
जीव-जंतु में कौन सा समास है
नदियाँ जिनकी यशधारा सी बहती है अब निशि -वासर’ में कौन सा अलंकार है
मेघमय आसमान से उतर रही है संध्या सुन्दरी परी सी धीरे धीरे धीरे।’ में कौन सा अलंकार है
'भलामानस' में कौन सा समास की उत्पत्ति होती है
यथामति में कौन सा समास है
राम हृदय जाके नहीं, विपति सुमंगल ताहि में कौन सा अलंकार है
अकारण में कौन सा समास है
सज्जन (Sajjan) में कौन सा समास है
गायक में कौन सा प्रत्यय है
उससे दौड़ा नहीं जाता, में कौन सा वाच्य है
‘तब बहता समय शिला सा जम जायेगा’ में कौन सा अलंकार है
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई में कौन सा रस है
नीलाकाश में कौन सा समास है
दशमुख में कौन सा समास है
मनचाहा में कौन सा समास है
त्रिफला में कौन सा समास है
विषधर में कौन सा समास है
कबीरा सोई पीर है जो जानै पर पीर, जो पर पीर न जानई सो काफिर बेपीर, में कौन सा अलंकार है
गौरीशंकर में कौन सा समास है
यथानाम में कौन सा समास है
पूजनीय में कौन सा प्रत्यय है
खट्टे फलों में कौन सा अम्ल मौजूद होता है
ईस भजनु सारथी-सुजाना , बिरति-वर्म संतोष कृपाना।’ में कौन सा अलंकार है
रुपया-पैसा में कौन सा समास है
नर-नारी में कौन सा समास है
यथायोग्य में कौन सा समास है
राजसभा में कौन सा समास है
बारम्बार में कौन सा समास है
राम रमापति कर धनु लेहू में कौन सा अलंकार है
शरणागत में कौन सा समास है
परलोकगमन में कौन सा समास है
अमिय मूरिमय चूरन चारु समन सकल भव रुज परिवारु में कौन सा अलंकार है
खग कुल कुल कुल सा बोल रहा में कौन सा अलंकार है
वन गमन में कौन सा समास है
प्रतिक्षण में कौन सा समास है
छोटा-बड़ा में कौन सा समास है
हाथों हाथ में कौन सा समास है
निडर में कौन सा समास है
यावज्जीवन में कौन सा समास है
वे रहीम नर धन्य हैं में कौन सा अलंकार है
लोकहितकारी में कौन सा समास है
तोपर वारौं उर बसी, सुन राधिके सुजान, तू मोहन के उर बसी ह्वे उरबसी सामान. इसमें कौन सा अलंकार है
घडी-घडी में कौन सा समास है
बाण नहीं पहुंचे शरीर तक शत्रु गिरे पहले ही भू पर में कौन सा अलंकार है
भाई-बहन में कौन सा समास है
बंदउँ गुरु पद पदुम परागा में कौन सा अलंकार है
ठण्डा-गरम में कौन सा समास है
‘खेदि -खेदि खाती दिह दारुन दलन की’ में कौन सा अलंकार है
उसका मुखड़ा चंद्रमा के समान सुंदर है में कौन सा अलंकार है
‘आगे नदियां पड़ी अपार घोडा कैसे उतरे पार। राणा ने सोचा इस पार तब तक चेतक था उस पार।’ में कौन सा अलंकार है
दुस्साहस में कौन सा उपसर्ग है
आशातीत में कौन सा समास है
गगनचुम्बी में कौन सा समास है
खटक में कौन सा प्रत्यय है
पेड़-पौधे में कौन सा समास है
मेरे नगपति! मेरे विशाल! में कौन सा अलंकार है
सिंधु सा विस्तृत और अथाह एक निर्वासित का उत्साह’ में कौन सा अलंकार है
राजद्रोही में कौन सा समास है
नेत्रहीन में कौन सा समास है
बाकलम में कौन सा समास है
अध्यात्म में कौन सा समास है
सपनों के गुब्बारे फोड़ती सुबह में कौन सा अलंकार है
अठन्नी में कौन सा समास है
मखमल के झूले पड़े हाथी सा टीला’ में कौन सा अलंकार है
डिब्बाबंद में कौन सा समास है
‘है वसुंधरा बिखेर देती मोती सबके सोने पर। रवि बटोर लेता है उसको सदा सवेरा होने पर।’ में कौन सा अलंकार है
कहती हुई यों उत्तरा के नेत्र जल से भर गए में कौन सा अलंकार है
सहसा में कौन सा समास है
सतसई में कौन सा समास है
पंचानन में कौन सा समास है
बेनाम में कौन सा समास है
चरणकमल में कौन सा समास है
चिन्ताग्रस्त में कौन सा समास है