sindhu Sa Vistrt Aur Athaah Ek Nirvasit Ka Utsah : सिंधु सा विस्तृत और अथाह एक निर्वासित का उत्साह’ में उपमा अलंकार है।
पाठक में कौन सा प्रत्यय है
फहरी ध्वजा, फड़की भुजा, बलिदान की ज्वाला उठी, निज जन्मभू के मान में, चढ़ मुण्ड की माला उठी में कौन सा रस है
नीलकमल में कौन सा समास है
सार्थक में कौन सा समास है
मुखारविंद में कौन सा समास है
रती-रती सोभा सब रति के शरीर की,मैं कौन सा अलंकार है
कालिंदी कूल कदंब की डारन में कौन सा अलंकार है
जलसमाधि में कौन सा समास है
बंदऊं गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा में कौन सा अलंकार है
मार सुमार करी डरी,मरी मरीहि न मारि में कौन सा अलंकार है
चल-अचल में कौन सा समास है
पर्णकुटी में कौन सा समास है
त्रिलोक में कौन सा समास है
‘आवत जात कुंज की गलियन रूप सुधा नित पीजै। गोपी पद-पंकज पावन की रज जामे भीजै।’ में कौन सा अलंकार है
बेलगाम में कौन सा समास है
चरणकमल में कौन सा समास है
यथासामर्थ्य में कौन सा समास है
‘प्रश्न चिन्हों में उठी हैं भाग्य-सागर की हिलोंरे।’ में कौन सा अलंकार है
पुत्ररत्न में कौन सा समास है
पाठशाला में कौन सा समास है
बाण नहीं पहुंचे शरीर तक शत्रु गिरे पहले ही भू पर में कौन सा अलंकार है
सुषुम-सेतु पर खड़ी थी, बीत गया दिन आह।’ में कौन सा अलंकार है
रक्त में कौन सा तत्व है जो रक्त को जमने से रोकता है
सप्तर्षि में कौन सा समास है
जलज में कौन सा समास है
देश भक्ति में कौन सा समास है
हाय! फूल-सी कोमल बच्ची, हुई राख की ढेरी में कौन-सा अलंकार है
‘है वसुंधरा बिखेर देती मोती सबके सोने पर। रवि बटोर लेता है उसको सदा सवेरा होने पर।’ में कौन सा अलंकार है
बिनु पग चले सुने बिनु काना में कौन सा अलंकार है
सप्तसिंधु में कौन सा समास है
माखनचोर में कौन सा समास है
यथास्थान में कौन सा समास है
मुख मयंक सम मंजु मनोहर,में कौन सा अलंकार है
‘पीपर पात सरिस मन डोला’ में कौन सा अलंकार है
गुणहीन में कौन सा समास है
प्रधानाध्यापक में कौन सा समास है
काली घटा का घमंड घटा, नभ तारक मंडलवृंद खिले मैं कौन सा अलंकार है
शोकातुर में कौन सा समास है
आमरण में कौन सा समास है
भरपूर में कौन सा समास है
बेवजह में कौन सा समास है
सठ सुधरहिं सतसंगति पाईं में कौन सा अलंकार है
करुणापूर्ण में कौन सा समास है
यावज्जीवन में कौन सा समास है
श्रद्धापूर्वक में कौन सा समास है
देश-विदेश में कौन सा समास है
अकालपीड़ित में कौन सा समास है
पराधीन जो जन नहीं, स्वर्ग नरक ता हेतु,में कौन सा अलंकार है
को घटि ये वृषभानुजा वे हलधर के वीर में कौन सा अलंकार है
आशालता में कौन सा समास है
‘अचल हिमगिरि के हृदय में आज चाहे कंप हो ले, या प्रलय के आंसुओं में मौन अलखित व्योम रो ले।’ में कौन सा अलंकार है
जीवनमुक्त में कौन सा समास है
शोकमग्न में कौन सा समास है
त्रिदोष में कौन सा समास है
लार में कौन सा एन्जाइम पाया जाता है
चौपाई में कौन सा समास है
नेत्रहीन में कौन सा समास है
तेरी बरछी ने बर छीने हैं खलन के में कौन सा अलंकार है
अकारण में कौन सा समास है
रनित भृंग-घंटावली झरित दान-मधुनीर, मंद-मंद आवत चल्यो कुंजरु कुंज समीर,में कौन सा अलंकार है
एड़ी-चोटी में कौन सा समास है
बेफायदा में कौन सा समास है
हर एक में कौन सा समास है
पूर्व-पश्चिम में कौन सा समास है
वन गमन में कौन सा समास है
नही पराग नहिं मधुर मधु में कौन सा अलंकार है
उषा सुनहरे तीर बरसाती, जय लक्ष्मी-सी उदित हुई।’ में कौन सा अलंकार है
कनक-कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय, या खाए बौराए नर, वा पाए बौराय मैं कौन सा अलंकार है
तन-मन-धन में कौन सा समास है
संसार की समर स्थली मे धीरता धारण करो, मे कौन सा अलंकार है
बन्धन मुक्त में कौन सा समास है
कृष्णसर्प में कौन सा समास है
वाल्मीकिरचित में कौन सा समास है
अध्यात्म में कौन सा समास है
चंचला स्नान कर आये, चन्द्रिका पर्व में जैसे उस पावन तन की शोभा, आलोक मधुर थी ऐसे।’ में कौन सा अलंकार है
प्रत्यंग में कौन सा समास है
भरपेट में कौन सा समास है
अत्याचार में कौन सा उपसर्ग है
लट लटकनि मनु मत्त मधुप गन मादक मधुहिं पिए में कौन सा अलंकार है
सिर फट गया उसका वही मानो अरुण रंग का घड़ा में कौन सा अलंकार है