maanav Mein Kaun Sa Pratyay Hai : मानव में विदेशी प्रत्यय है।
जिस वीरता से शत्रुओं का सामना उसने किया। असमर्थ हो उसके कथन में मौन वाणी ने लिया।’ में कौन सा अलंकार है
गुणहीन में कौन सा समास है
सहसबाहु सम रिपु मोरा।’ में कौन सा अलंकार है
बिनु पग चले सुने बिनु काना में कौन सा अलंकार है
अंबर के तारे मानो मोती अनगन है में कौन सा अलंकार है
बेचैन में कौन सा समास है
दूरागत में कौन सा समास है
मार-पीट में कौन सा समास है
तिरंगा में कौन सा समास है
प्रति सप्ताह में कौन सा समास है
देवालय में कौन सा समास है
सुखदायक में कौन सा समास है
सिरतोड़ में कौन सा समास है
स्नेहमग्न में कौन सा समास है
सशक्त में कौन सा समास है
‘तब बहता समय शिला सा जम जायेगा’ में कौन सा अलंकार है
‘मैया मैं तो चंद्र-खिलौना लैहों’ में कौन सा अलंकार है
समक्ष में कौन सा समास है
‘यह हरा ठीगना चना बांधे मुरैना शीश पर।’ में कौन सा अलंकार है
बतौर में कौन सा समास है
राम नाम मनि-दीप धरु, जीह देहरी दवार, एक राम घनश्याम हित चातक तुलसीदास।’ में कौन सा अलंकार है
‘माला फेरत जुग भया, मिटा न मनका फेर, कर का मनका डारि के मन का मनका फेर।’ में कौन सा अलंकार है
सहसा में कौन सा समास है
यावज्जीवन में कौन सा समास है
अहंकार में कौन सा संधि है
बेलगाम में कौन सा समास है
‘नील गगन-सा शांत हृदय था सो रहा।’ में कौन सा अलंकार है
अश्रुपूर्ण में कौन सा समास है
परलोकगमन में कौन सा समास है
केकी रव की नुपुर ध्वनि सुन, जगती जगती की मूक प्यास इसमें कौन सा अलंकार है
शराहत में कौन सा समास है
नून-तेल में कौन सा समास है
स्वाधीन में कौन सा संधि है
यज्ञवेदी में कौन सा समास है
को घटि ये वृषभानुजा वे हलधर के वीर में कौन सा अलंकार है
अपना-पराया में कौन सा समास है
उदित उदय गिरि-मंच पर रघुबर-बाल पतंग, बिकसे संत-सरोज सब हरषे लोचन-भृंग।’ में कौन सा अलंकार है
अधपका में कौन सा समास है
पठनीय में कौन सा प्रत्यय है
किसी सोच में हो विभोर साँसें कुछ ठंडी खिंची। फिर झट गुलकर दिया दिया को दोनों आँखें मिंची।’ में कौन सा अलंकार है
गृहस्वामी में कौन सा समास है
भजन कहो ताते भज्यो, भज्यो न एको बार में कौन सा अलंकार है
त्रिलोचन में कौन सा समास है
‘फूल हँसे कलियाँ मुसकाई।’ में कौन सा अलंकार है
‘बरसत बारिद बून्द गहि’ में कौन सा अलंकार है
खग कुल कुल कुल सा बोल रहा में कौन सा अलंकार है
यथा क्रम में कौन सा समास की उत्पत्ति होती है है
मखमल के झूले पड़े हाथी सा टीला’ में कौन सा अलंकार है
जेते तुम तारे तेते नभ में न तारे हैं, इसमें कौन सा अलंकार है
बेकाम में कौन सा समास है
वाक् युद्ध में कौन सा समास है
दिवस का समय, मेघ आसमान से उतर रही है, वह संध्या सुंदरी सी, धीरे धीरे।’ में कौन सा अलंकार है
पालक में कौन सा प्रत्यय है
संगोष्ठी में कौन सा उपसर्ग होगा
प्रतिहिंसा में कौन सा समास है
ग्रामगत में कौन सा समास है
सभा मंडप में कौन सा समास है
कहै कवि बेनी बेनी व्याल की चुराई लीनी, रति-रति सोभा सब रति के सरीर की, में कौन साअलंकार है
सादर में कौन सा समास है
यथोचित में कौन सा समास है
बीचों-बीच में कौन सा समास है
नीलकंठ में कौन सा समास है
अन्नदान में कौन सा समास है
‘प्रकृति का अनुराग-अंचल हिल रहा है।’ में कौन सा अलंकार है
प्रत्येक में कौन सा समास है
चमचमात चंचल नयन, बिच घूँघट पर झीन में कौन सा अलंकार है
स्वर्ग-नरक में कौन सा समास है
छोटा-बड़ा में कौन सा समास है
यथाक्रम में कौन सा समास है
डाकगाड़ी में कौन सा समास है
ऊँचे घोर मन्दर के अन्दर रहन वारी। ऊँचे घोर मन्दर के अन्दर रहती है में कौन सा अलंकार है
ऊँचे घोर मन्दर के अंदर रह न बारी, ऊँचे बोर मन्दर के अन्दर रहती है में कौन सा अलंकार है
बेधड़क में कौन सा समास है
प्रतिपल में कौन सा समास है
स्वर्गगत में कौन सा समास है
उस काल मारे क्रोध के तन काँपने उसका लगा में कौन सा अलंकार है
लो हरित धरा से झांक रही, नीलम की कली, तीसी नीली।’ में कौन सा अलंकार है
रातभर में कौन सा समास है
नीलाकाश में कौन सा समास है
नीलोत्पल में कौन सा समास है