बिल विचार कर नागशुण्ड में घुसने लगा विषैला साँप । काली ईख समझ विषधर को, उठा लिया तब गज ने आप.
2-नाक का मोती अधर की कान्ति से, बीज दाड़िम का समझकर भ्रान्ति से.