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केवल दो प्रकार की मूल प्रवृत्ति है – मृत्‍यु एवं जीवन। यह विचार है?

keval do prakaar kee mool pravrtti hai – mrt‍yu evan jeevan. yah vichaar hai : केवल दो प्रकार की मूल प्रवृत्ति है – मृत्‍यु एवं जीवन। यह विचार फ्रायड का है।