वह प्रक्रिया जिसमें एक भारी नाभिक टूटकर दो या दो से अधिक नाभिक में बदलते हैं तथा अधिम मात्रा में उष्मा प्रदान करते हैं, नाभिकीय विखण्डन कहलाते हैं।