रस के 9 भेद होते हैं जो इस प्रकार हैं।
रस की परिभाषा
रस का शाब्दिक अर्थ होता है
रस के कितने अंग होते है
रस के अंग हैं
रस के प्रकार
Ras ke bhed
स्थाई भाव किसे कहते हैं
स्थाई भाव की संख्या
श्रृंगार रस का स्थाई भाव
श्रृंगार रस का स्थायी भाव क्या है
करुण रस का स्थाई भाव क्या है
रौद्र रस का स्थायी भाव क्या है
अद्भुत रस की स्थाई भाव
Adbhut ras ka sthayi bhav kya hai
शांत रस का स्थायी भाव
शांत रस का स्थायी भाव क्या है
हास्य रस का स्थायी भाव क्या है
वीर रस का स्थाई भाव क्या है
वीर रस का स्थायी भाव
भयानक रस का स्थाई भाव क्या है
वात्सल्य रस का स्थाई भाव क्या होता है
भक्ति रस का स्थाई भाव
वीभत्स रस का स्थायी भाव है
संचारी भाव की संख्या कितनी है
श्रृंगार रस की परिभाषा
श्रृंगार रस किसे कहते हैं
श्रृंगार रस के भेद
श्रृंगार रस के कितने प्रकार हैं
श्रृंगार रस का उदाहरण
मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई में कौन सा रस है
संयोग श्रृंगार रस का उदाहरण
बतरस लालच लाल की मुरली धरी लुकाय, सौंह करै भौंहनु हँसे , दैन कहै , नटि जाय में कौन सा रस है
संयोग श्रृंगार क्या है
वीर रस की परिभाषा
वीर रस किसे कहते हैं
वीर रस उदाहरण
फहरी ध्वजा, फड़की भुजा, बलिदान की ज्वाला उठी, निज जन्मभू के मान में, चढ़ मुण्ड की माला उठी में कौन सा रस है
शांत रस की परिभाषा
शांत रस का उदाहरण
शांत रस क्या है
शांत रस किसे कहते हैं
वात्सल्य रस की परिभाषा
वात्सल्य रस का उदाहरण
हास्य रस की परिभाषा
हास्य रस का उदाहरण
हास्य रस किसे कहते हैं
भयानक रस की परिभाषा
भयानक रस का उदाहरण
भयानक रस के उदाहरण
Bhayanak ras ka example
रौद्र रस की परिभाषा
रौद्र रस के उदाहरण
करुण रस की परिभाषा
करुण रस किसे कहते हैं
करुण रस के उदाहरण
करुण रस का उदाहरण
Karun ras ka example
वीभत्स रस की परिभाषा
वीभत्स रस किसे कहते हैं
बीभत्स रस के उदाहरण