kis Siddhant Ke Anusaar, Prani Kiski Paristhiti Ko Dekh Karke Tatha Anubhav Karake Usaki Poorn Aakrti Banate Hain, Vah Hai : जिस सिद्धान्त के अनुसार, प्राणी किसी परिस्थिति को देख करके तथा अनुभव करके उसकी पूर्ण आकृति बनाते हैं, वह गेस्टाल्ट का सिद्धान्त है।