aadhee Chhod Sari Ko Dhave, Aadhee Rahe Na Saree Paave Ka Arth : आधी छोड़ सारी को धावे, आधी रहे न सारी पावे का अर्थ अधिक लालच से अच्छा जो मिले उसी में संतुष्ट होना। जब कोई मनुष्य थोड़ी सी चीजों को छोड़कर अधिक चीजों के लिए भागता है अर्थात लालच करता है तो उसे न वह थोड़ी चीज मिल पाती है और न ही वह पूरी जिसके पीछे वह भागा।