लोकोक्तियाँ एक कहावत एक सरल और व्यावहारिक, पारंपरिक कहावत है जो सामान्य ज्ञान या अनुभव के आधार पर एक कथित सत्य को व्यक्त करती है। महापुरुषों, कवियों व संतों के कहे हुए ऐसे कथन जो स्वतंत्र और आम बोलचाल की भाषा में कहे गए हैं। हमने बचपन से कई ऐसे बुजुर्ग या फिर ऐसे लोगों को देखा होगा है जो अपनी बात थोड़ा अलग अंदाज में करते हैं और लोकोक्ति का प्रयोग कर अपनी बातों में किया करते हैं। नीतिवचन अक्सर रूपक होते हैं और सूत्र भाषा का उपयोग करते हैं। सामूहिक रूप से वे लोक कथाओं की एक शैली बनाते हैं। अर्थ को पूरी तरह स्पष्ट करने वाला वाक्य लोकोक्ति (lokokti) कहलाता है। lokokti को कहावतें भी कहते हैं।
अपना रख पराया चख, अपनी डफली अपना राग, अक्ल बडी या भैस, अपनी करनी पार उतरनी, आदि ये लोकोक्तियाँ हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय है जिसके बारे में अक्सर परीक्षाओं में तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है। kahawat in hindi कई आकर्षक और महत्वपूर्ण। परन्तु प्रत्येक लोकोक्ति (lokokti) के पीछे कोई न कोई घटना व कहानी होती है जिससे लोकोक्तियाँ बाहर निकल कर आती है।
Lokoktiyan दूसरे शब्दो में कहे तो लोकोक्ति क अर्थ लोक में प्रचलित उक्ति। इससे तात्पर्य एक ऐसे वाक्य से है जो किसी सत्य या असत्य के आशय को सुचारु रुप से व्यक्त करता हो। इसके पर्योग करने से सामाजिक मनोवैज्ञानिक तथ्यों को समझने तथा समझाने में आसानी और इन्के पर्योग से भाषा में सजीवता ल देता है। यह गद्य और पद्य में होता है।