संतानों की भ्रूणीय अवस्था में माता के गर्भाशय के अन्दर ही रक्त का थक्का बनने से मृत्यु हो जाती है। इस रोग को ‘ इरिथ्रोब्लास्टोसिस फीटेलिस’ कहा जाता है। इसका कारण है
संतानों की भ्रूणीय अवस्था में माता के गर्भाशय के अन्दर ही रक्त का थक्का बनने से मृत्यु हो जाती है। इस रोग को ‘ इरिथ्रोब्लास्टोसिस फीटेलिस’ कहा जाता है। इसका कारण पिता का RH+ तथा माता का RH‑ होना।