पावलाव द्वारा अपने प्रयोग में पहले घण्टी बजती थी, फिर भोजन दिया जाता था, यह प्रक्रिया कई बार होने पर अन्त में क्या पाया गया
पावलाव द्वारा अपने प्रयोग में पहले घण्टी बजती थी, फिर भोजन दिया जाता था, यह प्रक्रिया कई बार होने पर अन्त में पावलाव द्वारा प्रयोग के सन्दर्भ अन्त में अनुकरण होना पाया गया।