मुगलकाल में धार्मिक प्रवृति के व्यक्ति की अनुदान के रूप में दी जाने वाली भूमि को कहा जाता था
mugalakaal Mein Dhaarmik Pravrti Ke Vyakti Kee Anudaan Ke Roop Mein Dee Jaane Vaalee Bhoomi Ko Kaha Jaata Tha : मुगलकाल में धार्मिक प्रवृति के व्यक्ति की अनुदान के रूप में दी जाने वाली भूमि को मदद-ए-माल कहा जाता था।