लेसर अथवा किसी संसक्त प्रकाश स्रोत से निकली दो प्रकाश किरणों के व्यतिकरण से त्रिविमीय प्रतिबिम्ब बनाने से सम्बन्ध संवृति होलोग्राफी कहलाती है।