jain Dharm KeDigambara And Shvetambara Sampradaayon Mein Antar Bataie : जैन धर्म के दिगम्बर और श्वेताम्बर सम्प्रदायों में अन्तर दिगम्बर सम्प्रदाय में मोक्ष प्राप्ति हेतु अनासक्ति एवं नग्नता को आवश्यक माना गया है, जबकि श्वेताम्बर सम्प्रदाय में नग्नता को अनावश्यक माना गया है।