Dhruvaswamini Ke Lekhak Ka Naam - हिंदी नाटक के विकास में श्री जयशंकर प्रसाद का सर्वाधिक महत्वपूर्ण योगदान रहा है उनके द्वारा लिखित दो नाटक है अजातशत्रु और ध्रुवस्वामिनी।