ढाक के तीन पात मुहावरे का अर्थ : सदा एक समान रहना या कोई बदलाव न होना, उसके ऊपर कोई भी फर्क पड़ना।
dhaak Ke Teen Paat Muhaavare Ka Arth : sada Ek Samaan Rahana Ya Koee Badalaav Na Hona.
ढाक के तीन पात - आज भी लालू जैसे था वैसे ही है उसमे कोई बदलाव नहीं आया। जब भी मैंने देखा, इसे वही ढाक के तीन पात पाया।