बाणभट्ट हर्ष के दरबारी कवि थे, इन्होनें किन-किन ग्रन्थों का प्रणयन किया था
Banabhatta Harsh Ke Darabaaree Kavi The, Inhonen Kin-kin Granthon Ka Pranayan Kiya Tha : बाणभट्ट हर्ष के दरबारी कवि थे, इन्होनें हर्षचरित और कादम्बरी ग्रन्थों का प्रणयन किया था।