अलंकार किसे कहते हैं Alankar Kise Kahte Hai : अलंकार का शाब्दिक अर्थ है : आभूषण या गहना। जिस प्रकार आभूषण हमारे शरीर की शोभा बढ़ती है, ठीक उसी प्रकार से अलंकार जो है काव्य की शोभ बढ़ाती है। Alankar Shabd Ka Arth -- वह वस्तु जो सुन्दर बनाए या सुन्दर बनाने का माध्यम हो। तथा साधारण बोलचाल मे आभूषण को हम लोग अलंकार कहते हैं। जिस प्रकार आभूषण यानि की सोना चाँदी के गहने धारण करने से महिला के शरीर की शोभ बढ़ती है, ठीक उसी प्रकार से अलंकार के प्रयोग से कविता या काव्य की शोभा बढ़ती है।
अलंकार की विशेषताएं:
1.शब्द और अर्थ का वैचित्र्य अलंकार है।
2. कथन के असाधारण या चमत्कार पूर्ण प्रकारों को अलंकार कहते हैं।
3. काव्य की शोभा बढ़ाने वाले धर्मों को अलंकार कहते है।
वास्तव मे अलंकार काव्य मे शोभा उत्पन्न न करके वर्तमान शोभा को ही बढ़ाते हैं।
अलंकार की परिभाषा आचार्य विश्वनाथ के शब्दों में " अलंकार शब्द अर्थ-स्वरूप काव्य के अस्थिर धर्म है और ये भावों रसों का उत्कर्ष करते हुए वैसे ही काव्य की शोभा बढ़ाते हैं जैसे हार आदि आभूषण नारी की सुन्दरता मे चार-चांद लगा देते हैं।